राजधानी रायपुर के निगम क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हालांकि, इन मामलों पर प्रशासन की कार्यवाही बेहद धीमी नजर आ रही है। सूत्रों के अनुसार, इसमें कुछ रसूखदार व्यक्तियों और सफेद कॉलर लोगों का हाथ है, जिनकी वजह से भू माफियाओं की गतिविधियाँ लगातार फल-फूल रही हैं।
भूमाफियाओं पर लगाम लगाने के लिए रेरा जैसे कानून लागू किए गए है लेकिन इसके बावजूद भू माफियाओं की गतिविधियाँ कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ये अवैध प्लाटिंग कर, न केवल आम नागरिकों को बल्कि राज्य सरकार के राजस्व को भी बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इस बढ़ते हुए भू माफियाओं के आतंक से निपटने के लिए प्रशासन को जल्द ही सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि कृषि भूमि को बचाया जा सके और राज्य सरकार की आर्थिक हानि को रोका जा सके।