बिलासपुर। शहर के मगरपारा स्थित अभियंता भवन में शुरू की गई इस निशुल्क कोचिंग सुविधा के माध्यम से सीजीपीएससी और व्यापम की प्रतियोगी परीक…
बिलासपुर। शहर के मगरपारा स्थित अभियंता भवन में शुरू की गई इस निशुल्क कोचिंग
सुविधा के माध्यम से सीजीपीएससी और व्यापम की प्रतियोगी परीक्षाओं की
तैयारी करवाई जा रही है। यह पहल उन विद्यार्थियों को सशक्त बनाने का प्रयास
है, जो महंगी कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते। स्क्रीनिंग टेस्ट और
साक्षात्कार के आधार पर चयनित 45 होनहार विद्यार्थियों को अनुभवी शिक्षकों
द्वारा विशेष मार्गदर्शन दिया जा रहा है। डा. भीमराव आंबेडकर ज्ञान केंद्र
की यह पहल उन विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो अपनी कमजोर
आर्थिक स्थिति के कारण उच्चस्तरीय परीक्षाओं की तैयारी से वंचित रह जाते
हैं। इस निशुल्क कोचिंग का संचालन अजाक्स के प्रांताध्यक्ष डा. लक्ष्मण
भारती और प्रांतीय संगठन सचिव जितेंद्र कुमार पाटले के नेतृत्व में जागरूक
अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग से किया जा रहा है। इस कोचिंग का
उद्देश्य समाज के होनहार विद्यार्थियों को उनकी प्रतिभा के अनुरूप आगे
बढ़ने के लिए सक्षम बनाना है। बिलासपुर में सफलतापूर्वक शुरुआत के बाद
अजाक्स की योजना इस निशुल्क कोचिंग सुविधा का विस्तार प्रदेश के अन्य जिलों
में भी करने की है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में सफलता के बाद अब मुंगेली,
जांजगीर-चांपा, रायपुर, कोरबा और अन्य जिलों में इस योजना को लागू करने की
दिशा में काम किया जा रहा है। यह पहल उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है,
जो गरीबी के कारण अपने सपनों को पूरा करने में असमर्थ थे। इस निशुल्क
कोचिंग में केवल आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को ही
प्रवेश दिया जा रहा है। इसमें सामान्य (ईडब्लूएस), ओबीसी, अनुसूचित जाति
और अनुसूचित जनजाति के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएं शामिल हैं। प्रवेश के
लिए जाति प्रमाणपत्र, गरीबी रेखा प्रमाणपत्र और ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र
अनिवार्य है।