आजकल कई बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है जिसके लिए हमारा मिलावटी खानपान और अनियमित लाइफस्टाइल जिम्मेदार होती है। हम जो भी खानपान लेते है वह शुद्धता के स्तर कम ही अच्छा होता है। खाना बनाने के लिए सोयाबीन तेल के अलावा सरसों का तेल, मूंगफली का तेल भी इस्तेमाल करते है। हाल ही में स्टडी में खुलासा हुआ है कि, सरसों का तेल भी अब मिलावटी हो गया है जो शुद्धता के पैमाने पर खरा नहीं उतरता है।
सरसों का तेल हम खानपान के लिए करते हैं तो, यह गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। बताया जाता है कि, सरसों का तेल कई बिन बुलाई बीमारियों को जन्म देता है जो सेहत को नुकसान पहुंचाता है। चलिए जानते हैं किन बीमारियों का खतरा बढ़ाता है और कौन सा केमिकल इस सरसों के तेल में मिला होता है।
जानिए क्या कहती है स्टडी
यहां पर दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. गीतांजलि सिंह ने सरसों के तेल को मिलावटी करार दिया है। बताया कि, सरसों का मिलावटी तेल दिखने में असली जैसा लगता है, लेकिन इसमें मौजूद हानिकारक पदार्थ जैसे अर्गेमोन ऑयल मिला होता है जिसका असर आपकी सेहत पर पड़ता है। वहीं पर सरसों के तेल में केमिकल के अलावा सस्ते ऑयल जैसे राइस ब्रान ऑयल, पाम ऑयल या अर्गेमोन (सत्यानाशी) तेल, और केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जिससे वह बेहद खतरनाक हो जाता है।
किन बीमारियों का खतरा बढ़ाता है सरसों का तेल
आपको बताते चलें, यहां पर सरसों का तेल अगर आप करते हैं तो इसमें मिलावटी पन की वजह से सेहत को नुकसान पहुंचता है। अगर आप मिलावट वाले सरसों के तेल का इस्तेमाल करते है तो आपको कई प्रकार की गंभीर बीमारियां घेर लेती है।
- बताया गया है कि, सरसों के तेल में अर्गेमोन ऑयल मिला होता है जो ड्रॉप्सी जैसी खतरनाक बीमारी को जन्म देता है। इस बीमारी के सबसे ज्यादा मामला 1998 के दौरान दिल्ली और नॉर्थ इंडिया में हुआ था जिसमें 60 लोगों की जान चली गई थी। कहा जाता है कि, सरसों के तेल का सेवन करने से शरीर में कई बुरे प्रभाव देखने के लिए मिलते है इस ड्रॉप्सी बीमारी में शरीर में सूजन खासकर पैरों और पेट में काफी दिक्कत होती है।
- कहा जाता है कि, सरसों तेल के मिलावट की वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। दरअसल हार्ट की मांसपेशियों में फैट जमा हो सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
- इसके अलावा सरसों के तेल में मिलावट के तौर पर राइस ब्रान ऑयल की मात्रा मिली होती है जो आपके लिवर को खराब कर सकती है तो वहीं पर सिरोसिस जैसी बीमारियां भी हो सकती है। राइस ब्रान ऑयल सस्ता होता है, जो आमतौर पर मिलावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह तेल सरसों के तेल की क्वॉलिटी घटाता है और काफी समय तक इसका इस्तेमाल करने से लिवर पर प्रेशर बढ़ता है।
- अगर आप मिलावटी वाले सरसों तेल का सेवन करते है तो यह आपके पाचन तंत्र के लिए अच्छा नहीं होता है। कहते हैं कि, मिलावटी सरसों के तेल के सेवन से अपच, गैस और पेट दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. मिलावटी तेल से पाचन एंजाइम्स प्रभावित होते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो सकता है।
इसलिए आप ऑर्गेनिक सरसों का तेल इस्तेमाल करें इनमें केमिकल की मात्रा नहीं होती है।