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मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने आकांक्षा हाट का किया उद्घाटन

सम्पूर्णता अभियान से जुड़े लोगों का किया सम्मान 

रायपुर,

सम्पूर्णता अभियान से जुड़े लोगों का किया सम्मान
सम्पूर्णता अभियान से जुड़े लोगों का किया सम्मान
सम्पूर्णता अभियान से जुड़े लोगों का किया सम्मान

महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की अध्यक्षता में शबरी ऑडिटोरियम, सुकमा में संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह और आकांक्षा हाट का भव्य शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मंत्री राजवाड़े ने जिले की विकास यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि ,सुकमा अब विकास के पथ पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है, और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नक्सलमुक्त बस्तर का सपना जल्द साकार होगा। उन्होंने इस प्रगतिशील पहल के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जताया।

मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की आकांक्षी जिला योजना का उद्देश्य है कि अंतिम पंक्ति तक शासन की योजनाएं पहुंचे और जनता को उनका पूरा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि सुकमा जैसे पिछड़े जिलों में योजनाओं का सफल क्रियान्वयन यह साबित करता है कि राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्रशासनिक समर्पण से कोई भी क्षेत्र पीछे नहीं रह सकता। आज सुकमा भयमुक्त वातावरण में विकास के नए प्रतिमान गढ़ रहा है।

संपूर्णता अभियान: जमीनी कार्यकर्ताओं को मिला सम्मान

संपूर्णता अभियान के अंतर्गत प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जिले को राज्यस्तर पर सराहना मिली है। इस उपलब्धि में एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, कृषि सहायकों और अन्य जमीनी स्तर के कर्मियों की अहम भूमिका रही, जिन्हें इस अवसर पर सम्मानित किया गया। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने इन सभी को बधाई देते हुए कहा कि इनके प्रयासों के बिना सुकमा की यह उपलब्धि संभव नहीं होती।

आकांक्षा हाट से उभरेगा स्थानीय हुनर और संस्कृति

संपूर्णता अभियान के साथ ही वोकल फॉर लोकल की भावना को साकार करता “आकांक्षा हाट” कार्यक्रम भी प्रारंभ किया गया। यह दो दिवसीय आयोजन स्थानीय कारीगरों, किसानों, स्वयं सहायता समूहों और उद्यमियों के लिए अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का मंच है। पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा वस्त्र, जैविक कृषि उत्पाद और स्थानीय कलाकृतियों की प्रदर्शनी इस हाट का प्रमुख आकर्षण हैं।

कार्यक्रम में पारंपरिक कला-शिल्प के जीवंत प्रदर्शन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और कौशल विकास कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं, जो स्थानीय उद्यमिता को मजबूती देने के साथ-साथ सांस्कृतिक अस्मिता को भी सहेजने का कार्य करेंगी। कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, जिले के जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

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