नई दिल्ली. लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक नया वीडियो जारी कर ‘वोट चोरी’ के अपने आरोपों को और मजबूत करने की कोशिश की है। उन्होंने फिर आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग (EC) और भाजपा (BJP) के बीच वोट चोरी के लिए मिलीभगत है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने चुनाव आयोग पर देशद्रोह का भी आरोप लगाया है और अपने आरोप के समर्थन में उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का उदाहरण दिया।
राहुल ने फिर महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक का उदाहरण दिया, जिनका जिक्र उन्होंने कल भी किया था। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में जादू के जरिए नए वोटर्स पैदा किए गए। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “Vote Chori सिर्फ़ एक चुनावी घोटाला नहीं, ये संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया बड़ा धोखा है। देश के गुनहगार सुन लें – वक़्त बदलेगा, सज़ा ज़रूर मिलेगी।”
राहुल ने कहा कि वह राजनीतिक परिवार में पैदा हुए हैं, और पिछले 20 सालों से खुद चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए उन्हें पता है कि कैसे चुनाव लड़े जाते हैं, कैसे बूथ मैनेज होता है और कैसे वोट चोरी होती है? राहुल ने आरोप लगाया कि पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान 100 से ज्यादा सीटों पर वोट चोरी की गई है। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव होते तो आज नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं होती।
इस नए वीडियो में राहुल ने कहा है कि उनकी जांच में पांच तरह की वोट चोरी सामने आई है। इनमें डुप्लिकेट वोटर, गलत पता, एक ही घर में ढेर सारे मतदाता, जो असंभव है, मतदाता सूची में गलत या छोटे फोटो, जिससे कि पहचान ना हो पाए और फॉर्म 6 का दुरूपयोग। राहुल ने दावा किया कि यह फॉर्म पहली बार मतदाता बने नवयुवकों के लिए होता है लेकिन 90 साल के लोगों ने भी इस फॉर्म का उपयोग कर वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाया है।
राहुल ने 8 मिनट के इस वीडियो में बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए चल रहे मतदाताओं के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का भी तीखा जिक्र किया। उन्होंने कहा, “यह संस्थागत चोरी है। चुनाव आयोग मतदाता सूचियों में फेरबदल करके, साफ तौर पर भाजपा की मदद करना चाहता है।” उन्होंने कि एक दिन पहले उन्होंने एक लाइवकास्ट किया था, जिसमें सभी आरोपों का ब्यौरा देते हुए एक प्रस्तुति दी थी।
राहुल के आरोपों पर गुरुवार को चुनाव आयोग ने उनसे शपथ पत्र के जरिए वे सारे सबूत साझा करने को कहा, जिसे उन्होंने सबूत के तौर पर कल सार्वजनिक तौर पर सबके सामने रखा था। इस पर राहुल गांधी ने गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा, “मेरे शब्द ही शपथ हैं।” चुनाव आयोग से अपने आंकड़ों की जाँच करने की माँग करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने सब कुछ सार्वजनिक रूप से कहा है। और मैंने चुनाव आयोग के आंकड़ों का ही हवाला दिया है।”