भारत के तीनों जांबाज सेनाओं में से एक भारती नौसेना (इंडियन नेवी) में काम करना हर एक भारतीय के लिए किसी सपने के जैसा होता है। आज भी देश के ऐसे कई युवा हैं जो इसका हिस्सा बनना चाहते हैं। इंडिन नेवी में रहते हुए देश की सुरक्षा करना सभी के लिए गर्व की बात है। लेकिन क्या नौसेना में सेवा देने वाले जवानों की कमाई पूरी तरह टैक्स फ्री होती है। कुछ लोगों का मानना है कि मर्चेंट नेवी की तरह इंडियन नेवी के लिए काम करने वाले जवानों को भी कोई टैक्स नहीं देना होता है। आइए जानतें हैं कि यहां टैक्स को लेकर क्या नियम है।
इंडियन नेवी के अधिकारी और जवानों को मिलने वाली सैलरी, भत्ता और पेंशन अन्य सरकारी नौकरियों की तरह टैक्सेबल होते हैं। इनकम टैक्स एक्ट के तहत उनको भी अपनी आय पर टैक्स देना जरूरी होता है, चाहे वो समुद्र में ऑपरेशन कर रहे हों या तट पर सेवा दे रहे हों। आम नागरिकों की तहत उनकी सैलरी टैक्स स्लैब के अनुसार कटता है, उसी तरह नेवी के जवानों की इनकम भी टैक्स के दायरे में आती है।
इंडियन नेवी के जवानों को कहां मिलता है टैक्स छूट
हालांकि, इंडियन नेवी में अपनी सेवा दे रहें जवानों को कुछ चुनिंदा भत्तो पर आशिंक या पूरी तरह टैक्स छूट जरूर मिलती है। जैसे कि फील्ड अलाउंस, हाई एल्टीट्यूड अलाउंस, हार्डशिप अलाउंस और यूनिफॉर्म अलाउंस सुविधाएं इनकम टैक्स एक्ट के तहत पूरी तरह से छूट के दायर में आती हैं। कई बार जवानों को ऐसी जगह पर तैनात किया जाता है जहां रिस्क अधिक होता है, वहां मिलने वाला Hazard Allowance पर भी छूट मिलती है।
लेकिन यह छूट सैलरी के छोटे हिससे तक ही लिमिट हती है, पूरी आय टैक्स फ्री नहीं होती। इसके अलावा जब कोई नेवी जवान सेवानिवृत होता है तो उसे मिलने वाली ग्रेच्युटी, कम्युटेडे पेंशन और विकलांगता पेंशन पर कोई टैक्स नहीं लगता है। मगर इस छूठ को पाने के लिए आईटीआर फाइल करते समय सही जानकारी देना जरूरी है।
इंडियन नेवी और मर्चेंट नेवी में सबसे बड़ा फर्क उनके काम में है। इंडियन नेवी एक सैन्य बल है जो देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करता है, जबिक मर्चेंट नेवी एक कमर्शियल नेवी है जो जहाजों के जरिए सामान और यात्रियों को किसी एक जगह से दूसरे जगह पर पहुंचाने का काम करता है। इंडियन नेवी की नौकरी स्थायी होती है। इसमें पेंशन और मेडिकल जैसे सुविधाएं केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है। लेकिन, मर्चेंट नेवी की नौकरी ज्यादातर कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड होती है और सुविधाएं सीमित होती हैं।