नई दिल्ली. एशिया कप 2025 का आगाज आज यानी मंगलवार, 9 सितंबर से होने जा रहा है। टूर्नामेंट का पहला मैच अफगानिस्तान और हॉन्ग कॉन्ग के बीच खेला जाना है। अफगानिस्तान ने पिछले कुछ मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में शानदार परफॉर्मेंस किया है, उन्होंने इस दौरान बड़ी-बड़ी टीमों को पटखनी दी है। इस टूर्नामेंट में भी उनकी नजरें अपने पिछले प्रर्दशन को दोहराने पर होगी। वहीं हॉन्ग कॉन्ग की नजरें एशिया कप के इतिहास में अपना पहला मैच जीतने पर होगी। जी हां, हॉन्ग कॉन्ग की टीम आज तक एशिया कप में एक भी मैच नहीं जीत पाई है।
21 साल से जीत को तरस रहा है हॉन्ग कॉन्ग
हॉन्ग कॉन्ग की टीम ने एशिया कप में पहली बार हिस्सा 2004 में लिया था। उनका पहला मैच बांग्लादेश से हुआ था। उस मैच में टीम को 116 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा था। यह हार का सिलसिला हॉन्ग कॉन्ग का अभी तक नहीं थमा है। टीम वनडे एशिया कप में 6 तो टी20 फॉर्मेट में 5 मैच खेल चुकी है, मगर हर बार उनके हाथ हार ही लगी है। 2022 एशिया कप में हॉन्ग कॉन्ग ने आखिरी मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था जहां टीम 155 रनों के अंतर से हारी थी। पाकिस्तान के 193 के स्कोर के आगे हॉन्ग कॉन्ग की पूरी टीम 38 रनों पर सिमट गई थी।
अफगानिस्तान को हॉन्ग कॉन्ग से क्यों रहना होगा सावधान?
अफगानिस्तान और हॉन्ग कॉन्ग के हेड टू हेड पर नजर डालें तो दोनों टीमों के बीच अभी तक T20I फॉर्मेट में 5 मैच खेले गए हैं जिसमें 3 मैच जीतकर अफगानिस्तान की टीम जरूर आगे चल रही है, मगर हॉन्ग कॉन्ग ने इस दौरान उन्हें 2 बार धूल जरूर चटाई है। ऐसे में अफगानिस्तान की टीम हॉन्ग कॉन्ग को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगी।