रायपुर । अगर आप सस्ते और त्वरित कर्ज का लालच देने वाले लोन ऐप्स का इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। देशभर में ऐसे फर्जी लोन ऐप्स की संख्या बढ़ती जा रही है, जो लोगों को कर्ज के नाम पर ठग रहे हैं। ये ऐप्स न केवल आपकी गाढ़ी कमाई हड़प लेते हैं, बल्कि आपकी निजी जानकारी का भी दुरुपयोग कर सकते हैं।
कैसे काम करता है यह फर्जीवाड़ा?
आकर्षक ऑफर का जाल: इन फर्जी ऐप्स पर बेहद सस्ती ब्याज दर और त्वरित लोन के विज्ञापन दिए जाते हैं। लोग कम दस्तावेज़ीकरण और तुरंत पैसे मिलने के लालच में इनके झांसे में आ जाते हैं।
ऐप इंस्टॉल करने पर धोखाधड़ी: ऐप डाउनलोड करने के बाद यह आपसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बैंक डिटेल्स जैसी गोपनीय जानकारी मांगते हैं।
डेटा चोरी और ठगी: ऐप के माध्यम से यह गैंग आपकी निजी जानकारी तक पहुंच बना लेता है और आपके बैंक खातों से पैसे उड़ा लेता है।
ब्लैकमेलिंग: कई मामलों में, गैंग कर्ज चुकाने के नाम पर ब्लैकमेलिंग भी करता है। वे आपकी फोन गैलरी, कॉन्टैक्ट लिस्ट, और अन्य संवेदनशील डाटा का दुरुपयोग कर सकते हैं।
धोखाधड़ी के मामले बढ़े
पुलिस और साइबर सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, हाल ही में ऐसे मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। ठग लोग फर्जी ऐप्स का सहारा लेकर लोगों को लाखों का चूना लगा रहे हैं।
सावधान रहें, सतर्क रहें
केवल आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा मान्यता प्राप्त ऐप्स से ही लोन लें।
अनजान ऐप्स पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें।
अगर कोई ऐप संदिग्ध लगे, तो तुरंत साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।
ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग और रिव्यू ध्यान से पढ़ें।
सरकार और एजेंसियों का अलर्ट
सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियां लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रही हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी चेतावनी जारी की है कि बिना मान्यता प्राप्त ऐप्स के माध्यम से कर्ज लेने से बचें।
सस्ते कर्ज का लालच कभी-कभी बहुत भारी पड़ सकता है। ऐसे में सतर्कता ही आपकी सुरक्षा की कुंजी है।