टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को पर्थ टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया का प्लेइंग XI देखकर काफी गुस्सा आया, ऐसा लगता है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मैच पर्थ स्टेडियम में खेला जा रहा है। पहले टेस्ट के लिए प्लेइंग XI में स्पिन ऑलराउंडर के तौर पर वॉशिंगटन सुंदर को जगह मिली है, जबकि सीनियर और अनुभवी रविंद्र जडेजा और आर अश्विन दोनों को ही ड्रॉप किया गया है। गावस्कर ने लाइव टीवी पर ही इस फैसले के लिए हेड कोच गौतम गंभीर और स्टैंड-इन कप्तान जसप्रीत बुमराह को जमकर सुनाया है।
गावस्कर ने कहा, ‘आर अश्विन और जडेजा के नहीं खेलने से सच में आश्चर्य हुआ, उन्होंने टेस्ट मैचों में 900 विकेट लिए हैं। वे ऐसे गेंदबाज नहीं हैं जो सिर्फ भारतीय या उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में खेल सकते हैं। वे बहुत चालाक गेंदबाज हैं, वे बहुत अनुभवी गेंदबाज हैं। यहां तक कि अगर वे आपको विकेट नहीं दिला पाते हैं, तो वे जिस चतुराई से गेंदबाजी करते हैं, उसके कारण स्कोरिंग रेट को धीमा करने में सक्षम होंगे।’
गावस्कर ने आगे कहा, ‘मुझे लगा कि इन ऑस्ट्रेलियाई विकेटों पर काफी लंबी बाउंड्री हैं, तो ऐसे में आप दोनों को प्लेइंग XI में शामिल कर सकते हैं। लेकिन यह एक नया मैनेजमेंट और नई सोच है। वे नीतीश कुमार रेड्डी के साथ गए हैं, जो एक प्रॉमिसिंग खिलाड़ी हैं। इसमें उनकी कोई गलती नहीं है, लेकिन मेरा सवाल बस इतना है कि क्या वह टेस्ट क्रिकेट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं?’
गावस्कर ने कहा, ‘उन्होंने कई फर्स्ट क्लास मैच नहीं खेले हैं और इसलिए साफतौर से, मुझे लगता है, नीतीश का यह सिलेक्शन उम्मीद पर टिका हुआ है और, इससे कम कुछ नहीं। सभी भारतीय क्रिकेट फॉलोअर्स की तरह, मुझे उम्मीद है कि यह सफल होगा।’ भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की, लेकिन लंच ब्रेक तक 51 रनों पर ही चार विकेट गंवाकर मुश्किल में नजर आ रही है।