भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने दावा किया है कि राहुल गांधी धक्का देने से उन्हें चोट लगी है। भाजपा सांसद ने कहाकि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया। इससे वह मेरे ऊपर गिरे और मैं नीचे गिर पड़ा। प्रताप चंद्र सारंगी को माथे में चोट लगी है। इसके बाद आनन-फानन में उन्हें व्हीलचेयर पर बिठाकर इलाज के लिए ले जाया गया। यह घटना संसद में मकर द्वार पर हुई।
भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी का कहना है कि वह सीढ़ियों के पास खड़े थे। इसी दौरान राहुल गांधी वहां पर पहुंचे और एक सांसद को धक्का दे दिया। राहुल गांधी के धक्के से वह सांसद लड़खड़ाए और मेरे ऊपर आकर गिर पड़े। नीचे गिरने के चलते भाजपा सांसद के माथे पर गहरी चोट लगी है। प्रताप चंद्र सारंगी ओडिशा के बालासोर से भाजपा सांसद हैं। इस बीच फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत का भी दावा सामने आया है। आज तक के मुताबिक मुकेश राजपूत का कहना है कि राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया था।
क्या बोले राहुल गांधी
इस बीच राहुल गांधी का भी बयान सामने आया है। राहुल गांधी ने कहाकि आपके कैमरे में सब होगा। पार्लियामेंट की एंट्रेंस से मैं अंदर जाने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान भाजपा के सदस्य मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, धकेल रहे थे और मुझे धमका रहे थे। उन्होंने आगे कहाकि धक्का-मुक्की से हमें कुछ होता नहीं है। उन्होंने कहाकि पार्लियामेंट के अंदर जाना हमारा अधिकार है। उन्होंने कहाकि यह लोग संविधान पर हमला कर रहे हैं। आंबेडकर जी की मेमरी का अपमान कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन अमित शाह के आंबेडकर के ऊपर टिप्पणी को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन कर रहा है। विपक्ष माफी की मांग करते हुए प्रोटेस्ट मार्च भी किया। इंडिया गठबंधन के सांसद नीले कपड़े पहनकर यहां पहुंचे हैं।
बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर गुरुवार को लोकसभा में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद ही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने शाह की टिप्पणी से जुड़ा विषय सदन में उठाने का प्रयास करते हुए हंगामा किया तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मुख्य विपक्षी दल पर संविधान निर्माता के अपमान का आरोप लगाते हुए प्रतिवाद किया।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व सदस्य कांग्रेस के ईवीकेएस एलंगोवन के निधन के बारे में सदन को सूचित किया और उनके राजनीतिक जीवन का संक्षिप्त उल्लेख किया। इसके बाद सदन ने कुछ पल मौन रखकर दिवंगत पूर्व सदस्य को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजकर तीन मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।