सेहतमंद रहने के लिए खानपान के साथ ही व्यायाम और कई हेल्थ से जुड़ी तकनीकों की आवश्यकता होती है। इनमें से ही आइस बाथ, एक ऐसी हेल्थ तकनीक है जिसे अपनाकर आज कल लोग खुद को हेल्दी बना रहे है। इस तकनीक को महिला और पुरूष दोनों ही अपना रहे है लेकिन यह सभी के लिए सही तकनीक हो ऐसा जरूरी नहीं है। महिलाओं के लिए आइस बाथ कई स्वास्थ्य समस्याओं के चलते फायदेमंद नहीं होता है।
हाल ही में हेल्थ एक्सपर्ट ने आइस बाथ को स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित महिलाओं के लिए हेल्दी नहीं माना है। आइस बाथ, दरअसल मांसपेशियों की सूजन कम करने और थकान से राहत दिलाने में मददगार है।
इन स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित महिलाएं हो जाएं अलर्ट
महिलाओं के लिए आइस बाथ फायदेमंद होती है लेकिन अगर आप कई हेल्थ प्रॉब्लम्स से ग्रसित है तो इस ट्रेंड को अपनाने से पहले सोचना चाहिए।
1- जिन महिलाओं का इम्यून सिस्टम कमजोर है या हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉइड या हार्मोनल समस्याएं हैं, उन्हें आइस बाथ करने से बचना चाहिए। यह नुकसानदायक साबित हो सकता है।
2-कई महिलाएं पीरियड्स क्रैंप से राहत पाने के लिए आइस बाथ लेती हैं। परंतु डॉक्टर की माने तो पीरियड्स के दौरान अचानक से बर्फ के ठंडे पानी के संपर्क में समय बिताने से ब्लड फ्लो में रुकावट या क्रैम्प्स की समस्या भी बढ़ सकती है। यह फायदा पहुंचाने के साथ नुकसान दिला सकता है।
3- अगर आप वजन घटाने के लिए आइस बाथ लेने का प्रयास कर रहे है तो यह आपके लिए फायदेमंद नहीं होता है।
4- यदि कोई महिला आइस बाथ लेना चाहती है, तो सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें। अपनी स्वास्थ्य स्थिति को डॉक्टर के साथ डिस्कस करें और उनके सुझाव अनुसार ही इस गतिविधि में भाग लें।
इन बातों का रखें ध्यान
शुरुआत में 5 से 10 मिनट से अधिक न बैठें और शरीर को धीरे-धीरे ठंडे पानी का आदि बनाएं। कुल मिलाकर, बर्फ स्नान कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन यह हर महिला के लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए इसे ट्रेंड मानकर फॉलो करने से पहले अपनी सेहत की जरूरतों को समझना जरूरी है।