भारत में पहली बार न्यूजीलैंड से आयातित प्रीमियम ‘रूज’ किस्म का सेब वाशी स्थित एपीएमसी फल बाजार में पहुंचा। इस ऐतिहासिक लॉन्च के अवसर पर दोनों देशों के व्यापार और कृषि संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद जताई गई।
वाशी एपीएमसी फल बाजार में साल भर तरह-तरह के फलों की विभिन्न किस्में उपलब्ध रहती हैं। शिमला और हिमाचल प्रदेश से सेब आने की परंपरा के बाद, यह पहली बार है जब विदेशी प्रीमियम ‘रूज’ सेब भारतीय बाजार में आया है। इस सेब के साथ भारत-न्यूजीलैंड कृषि व्यापार में नई गति आने की संभावना है।
लॉन्च समारोह में मुंबई स्थित न्यूजीलैंड के महावाणिज्य दूत और व्यापार आयुक्त ग्राहम राउज, भारत-दक्षिण एशिया के अधिकारी, एपीएमसी वाशी के निदेशक संजय पानसरे, फल व्यापारी संघ के अध्यक्ष चंद्रकांत ढोले और एनजेडटीई की बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर वृंदा सोनवणे उपस्थित थे।
ग्राहम राउज ने बताया कि ‘रूज’ सेब प्राकृतिक मिठास वाला लाल फल है और भारतीय उपभोक्ताओं में इसकी मांग जल्द ही बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि केवल छह महीनों में भारत में इस सेब का प्रवेश सराहनीय है और भारत न्यूजीलैंड के लिए सबसे संभावित बाजार बन गया है।
एपीएमसी वाशी के निदेशक संजय पानसरे ने कहा कि यह बाजार अब एशिया के सबसे बड़े बाजारों में शामिल हो रहा है। फल व्यापारी संघ के अध्यक्ष चंद्रकांत ढोले ने मुंबई में फल व्यापार की कई पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा का उल्लेख किया। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन की हालिया भारत यात्रा के दौरान कृषि क्षेत्र और मुक्त व्यापार समझौतों पर चर्चा की गई थी। इसके फलस्वरूप ‘रूज’ सेब का भारत में आगमन दो देशों के बीच कृषि सहयोग का नया अध्याय साबित होगा।
डी. बी. उर्सल एंड ग्रैंडसंस के रोहन सतीश उर्सल ने कहा कि यह न केवल व्यावसायिक सफलता है, बल्कि भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी का एक नया चरण भी है। इस कदम से दोनों देशों के बीच कृषि और व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे।