नई दिल्ली. क्या मैनचेस्टर टेस्ट मैच में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बॉलिंग क्वालिटी से समझौता किया और बल्लेबाजी में गहराई रखी और इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा? पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों को 10 विकेट निकालने में करीब 157 ओवर लगे और इंग्लैंड ने 669 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। पूरे मैच में सिर्फ 24 विकेट ही गिरे और नतीजा ड्रॉ के रूप में आया। सीरीज का नतीजा अब भारत के पक्ष में नहीं आएगा, लेकिन इंग्लैंड के पास सीरीज जीतने का मौका है, जबकि भारत सीरीज सिर्फ बराबर कर सकता है। इस बीच आर अश्विन ने टीम मैनेजमेंट पर सवाल उठाए हैं।
अपने यूट्यूब चैनल बात करते हुए अश्विन ने कुछ अहम बातें कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि सीरीज से पहले बहुत से लोग गिल से खुश नहीं थे और उनकी तकनीक पर सवाल उठा रहे थे, लेकिन अब उनका मुंह बंद है। उन्होंने कहा, “शुभमन गिल ने क्या शानदार शतक जड़ा है। उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उन्होंने अपनी तकनीक पर काम किया है। कप्तान के तौर पर उनका मैच अच्छा नहीं रहा, जिस तरह से उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर को देर से गेंदबाजी सौंपी, यह एक बड़ी रणनीतिक गलती थी, लेकिन ऐसा होता है। वह एक युवा कप्तान हैं और गलतियां करके ही सीखेंगे और मुझे उम्मीद है कि वह तेजी से सीखेंगे।”
हालांकि, अश्विन ने कहा कि सीरीज के दौरान, भारत रणनीतिक रूप से काफी सामान्य नजर आया, लेकिन अब उन्हें एक अतिरिक्त विशेषज्ञ गेंदबाज को खिलाने का फैसला लेना होगा। अश्विन ने गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर को सलाह देते हुए कहा, “अब सुधार करो और कृपया यह फैसला लो। इस फैसले के बाद भी तुम हार सकते हो, लेकिन यह फैसला जरूर लो, क्योंकि टेस्ट मैच बैटिंग की गहराई से नहीं जीते जाते; बल्कि बल्लेबाजी की गहराई से मैच ड्रॉ होते हैं। टेस्ट मैच ऐसे गेंदबाजों से जीते जाते हैं, जिनमें विकेट लेने की क्षमता हो।.