आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी की लाइफस्टाइल गड़बड़ सी नजर आती है ना समय पर पौष्टिक खाना और ना ही एक्सरसाइज के होने से इंसान खुद को बीमार समझने लगता है। अगर लाइफस्टाइल औऱ सही खानपान नहीं रहा तो सेहत पर इसका बुरा असर पड़ता है। इतना ही नहीं यह स्थिति गंभीर बीमारी को भी दस्तक देती है। डायबिटीज भी इन गंभीर बीमारियों में से एक है जिसमें पीड़ित व्यक्ति के मीठे खाने पर परहेज होता है। व्यक्ति शरीर में शर्करा की मात्रा को बनाएं रखने के लिए शुगर फ्री चीजों का सेवन करते है लेकिन हाल ही में आई स्टडी ने चौंका देने वाला खुलासा किया है।

यहां पर स्टडी में बताया गया कि, शुगर फ्री चीजों में दरअसल एरिथ्रिटोल जैसे स्वीटनर मिलाएं जाते है जो कम कैलोरी वाला प्रॉडक्ट्स होता है। इस स्वीटनर को सेहत के लिए बेहद खतरनाक माना गया है। चलिए विस्तृत रूप से जानते है स्टडी…
सुरक्षित नहीं होते है शुगर फ्री प्रॉडक्ट भी
यहां पर नई स्टडी में खुलासा किया गया है कि, यह एरिथ्रिटोल नाम का स्वीटनर कम कैलोरी वाला स्वीटनर होता है जिसका इस्तेमाल सामान्यत: शुगर-फ्री ड्रिंक्स, आइसक्रीम और कीटो स्नैक्स में किया जाता है। यह चीनी जितना ही लगभग 80% मीठा होता है और ब्लड शुगर को प्रभावित नहीं करता। स्टडी के अनुसार, अगर आपके शरीर में स्वीटनर एरिथ्रिरोल की मात्रा ज्यादा होती है तो यह हार्ट अटैक के खतरे को जन्म देती है। हार्ट अटैक के अलावा दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान होता है।
कहा जाता है कि, कोलोराडो बोल्डर यूनिवर्सिटी में डॉ. क्रिस्टोफर डिसूजा के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि सोडा कैन में मौजूद एरिथ्रिटोल के स्तर के संपर्क में आने के केवल तीन घंटे बाद ही मानव मस्तिष्क की रक्त वाहिका कोशिकाओं में हानिकारक परिवर्तन दिखाई दिए।
यहां पर स्टडी के अनुसार, शुगर फ्री प्रॉडक्ट्स लोगों के लिए सही है या नहीं इसका पता लगाने के लिए अमेरिका और यूरोप में लगभग 4,000 वयस्कों पर किए गए क्लीवलैंड क्लिनिक ने स्टडी की थी। इस स्टडी के अनुसार, जिन लोगों के खून में एरिथ्रिरोल स्वीटनर की मात्रा अधिक होती है उन्हें अगले तीन वर्षों में दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना ज्यादा थी। अन्य शोधों से पता चला है कि 30 ग्राम एरिथ्रिटोल (एक पाइंट शुगर-फ्री आइसक्रीम में हो सकता है) ब्लड प्लेटलेट्स में थक्के बनने की संभावना को बढ़ा देता है।
यहां पर स्टडी के रिजल्ट सामने आए है जिसके अनुसार, एरिथ्रिटोल का सेवन करने से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड कम हो जाता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने में मदद करता है। इसके अलावा शुगर फ्री प्रॉडक्ट्स का सेवन करने से शरीर में एंडोथेलिन-1 का स्तर बढ़ जाता है। इससे खून कि नलियां संकरी हो जाती हैं। इसके अलावा शरीर में t-PA का स्तर घट जाता है। t-PA खून का धक्का बनने से रोकता है।फ्री रेडिकल स्तर बढ़ जाता है। इससे कोशिकाएं मरने लगती हैं। स्टडी के अनुसार आपको सावधानी बरतना चाहिए। शुगर फ्री प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करने की बजाय आप नेचुरल और प्राकृतिक चीजों के सेवन पर जोर दें। अगर आपको शुगर फ्री प्रॉडक्ट्स का सेवन करना है तो, वे लेबल पढ़ने और एरिथ्रिटोल के इस्तेमाल को सीमित करने की सलाह देते हैं।